Strom R3: ये है 3 पहिए वाली देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार, जानें कीमत
Strom R3: चार साल पहले, 2021 में, मुंबई स्थित एक स्टार्टअप व्यवसाय स्ट्रोम मोटर्स (Strom Motors) ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन का खुलासा किया। Strom R3 एक छोटा इलेक्ट्रिक वाहन था। उस समय, व्यवसाय ने प्री-बुकिंग भी शुरू कर दी थी। इसके लिए ग्राहकों से 10,000 रुपये की मामूली राशि ली जा रही थी। इसकी कीमत 5 लाख रुपये से कम रखी गई थी, जो इसे अद्वितीय बनाती थी। कुछ स्रोतों के अनुसार, इसकी कीमत 4.5 लाख रुपये होगी। यह इस तरह से देश का सबसे किफायती इलेक्ट्रिक वाहन भी होगा। लेकिन सही समय पर, सुखिया ने इस ऑटोमोबाइल को पूरी तरह से खो दिया है।
Strom R3 Features and Specifications
स्ट्रोम आर 3 में तीन पहिए और दो दरवाजे हैं। इसमें आगे दो पहिए और पीछे एक पहिया है। इसे विशेष रूप से बैंगलोर, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों को ध्यान में रखकर बनाया गया था। निर्माता ने इसे एक शक्तिशाली रूप देने के लिए एक चौड़ा एयर डैम, एलईडी लाइटिंग, डुअल टोन, एक सनरूफ, एक विशाल ब्लैकआउट ग्रिल और एक छोटा बोनट भी जोड़ा है। इसकी लंबाई 2907 मिमी, चौड़ाई 1405 मिमी और ऊंचाई 1572 मिमी है।
इसमें 185 मिमी का ग्राउंड क्लीयरेंस है। इस वाहन का कुल वजन 550 किलोग्राम है। इसके स्टील व्हील 13 इंच के हैं। इसमें 13 किलोवाट की उच्च दक्षता वाली मोटर लगी है। यह 48 एनएम का टॉर्क पैदा करती है। फास्ट चार्जर से इस वाहन को दो घंटे में 80% क्षमता तक चार्ज किया जा सकता है। इस वाहन को पूरी तरह से चार्ज होने में लगभग तीन घंटे लगते हैं। इसके अलावा, इसे चार्ज करने के लिए एक मानक 15 एम्पियर सॉकेट का उपयोग किया जा सकता है।
फर्म के अनुसार, स्ट्रोम आर3 की एक बार चार्ज करने पर 200 किलोमीटर तक की ड्राइविंग रेंज थी। इस वाहन को चलाने में हर किलोमीटर पर केवल 40 पैसे का खर्च आता है। इस वाहन के तीन अलग-अलग संस्करण जारी किए जाने थे। विभिन्न मॉडलों की ड्राइविंग रेंज 120, 160 और 200 किलोमीटर है। निर्माता द्वारा चार रंग विकल्प दिए गए थे। यह लाल, काला, नियॉन ब्लू और इलेक्ट्रिक ब्लू रंग में उपलब्ध था।
इसके फीचर्स की बात करें तो इसमें 4.3 डिजिटल इंस्ट्रूमेंट पैनल, 7 इंच का वर्टिकल टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 12-वे एडजस्टेबल ड्राइविंग सीट, टेम्परेचर कंट्रोल, रिमोट कीलेस एंट्री, IOT-इनेबल्ड कंटीन्यूअस मॉनिटरिंग सिस्टम, 4G कनेक्शन और वॉयस कंट्रोल शामिल हैं। कंपनी के मुताबिक, इसे आम ऑटोमोबाइल की तुलना में 80% तक कम मेंटेनेंस की जरूरत होती है। तीन साल में एक बार में करीब 3 लाख रुपये की बचत की जा सकती है।