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Income Tax Refund: ITR Filing के बाद भी अगर नहीं मिल रहा है रिफंड, तो करें ये काम

Income Tax Refund: आयकर रिटर्न जमा करने की 31 जुलाई की अंतिम तिथि नजदीक आ रही है। हाल ही में बड़ी संख्या में लोगों ने अपना ITR जमा किया है। कुछ लोग अगले कुछ दिनों में इसे दाखिल करना चाहते हैं। अभी तक, कुछ ग्राहक (Customer) अपने रिम्बर्समेंट (Reimbursement) का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन सभी को अपना पैसा वापस नहीं मिलता। कुछ लोग अपना ITR सही तरीके से दाखिल करते हैं, लेकिन उन्हें कभी रिटर्न नहीं मिलता। हमें बताएं कि किस गलती की वजह से आपका रिफ़ंड ब्लॉक (Refund Block) हो गया। हमें इनमें से दो गलतियों के बारे में बताएं।

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1. हमेशा अपने ITR को वैलिडेट करना न भूलें (Always remember to validate your ITR)

अक्सर, लोग तुरंत ऐसा करने के बजाय, दाखिल करने के 30 दिनों के भीतर अपने ITR को वैरिफाई करने का फैसला करते हैं। यह प्रतिबंध पहले 120 दिनों का था, लेकिन 1 अगस्त, 2022 से यह अब सिर्फ़ 60 दिनों का है। लोग अक्सर भूल जाते हैं कि उन्होंने इस बीच ITR को कन्फ़र्म नहीं किया है और अगर उन्हें अपना रिटर्न (Return) नहीं मिलता है, तो वे चिंतित हो जाते हैं।

जानें कैसे पुष्टि करें अपना आयकर रिटर्न (Know how to verify your income tax return)

भले ही आपका ITR CA ने जमा किया हो, लेकिन यह पुष्टि करना आपकी ज़िम्मेदारी है कि इसे कन्फ़र्म किया गया है या नहीं। हो सकता है कि आपका CA बहुत ज़्यादा काम कर रहा हो और ITR चेक करना भूल गया हो। इस मामले में, आपको अपने खाते से पुष्टि करनी होगी कि ITR मान्य हो गया है।

ईमेल और टेक्स्ट की समीक्षा करते रहें (Keep reviewing emails and texts)

याद रखें कि जब आपका ITR सत्यापित हो जाता है, तो आपको एक ईमेल और सूचना (Email and notification) मिलती है, जिसमें इसकी पुष्टि की जाती है। यह निर्धारित करने के लिए कि क्या ई-सत्यापन सफल रहा है, अपने ITR को स्वयं सत्यापित करने या CA द्वारा इसे मान्य करवाने के बाद अपने ITR खाते में लॉग इन करें। अगर आपको यह संदेश नहीं मिलता है।

2. आयकर रिफ़ंड और प्रोसेसिंग के नियमों की जाँच करें (Check Income Tax refund and processing rules)

अगर आपका ITR सत्यापित होने के बाद भी आपका रिटर्न प्रोसेस नहीं होता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता प्री-वैलिडेटेड (Pre-Validated) हो। अगर आप प्री-वैलिडेशन नहीं करना चाहते हैं, तो आपको अपने बैंक खाते में रिफ़ंड आने का इंतज़ार करना होगा। आयकर विभाग ने कुछ समय पहले कहा था कि आपको अपना बैंक खाता सत्यापित (Bank Account Verified) करवाना होगा, क्योंकि रिफ़ंड यहीं जमा किया जाएगा।

बैंक खाते को पहले से सत्यापित करना आपके नाम, खाता संख्या, IFSC कोड या अन्य डेटा में किसी भी त्रुटि को समय रहते पहचानने के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसा न होने पर आपको पैसे नहीं मिलेंगे; रिफंड प्रक्रिया विफल हो जाएगी।

रिफंड रीइश्यू रिक्वेस्ट (Refund Reissue Request)

अगर आपको रिफंड नहीं मिलता है, तो आप रिफंड को फिर से जारी करने के लिए कह सकते हैं। रिफंड को फिर से जारी करने के लिए अनुरोध प्रस्तुत करने के लिए आपको आयकर विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा। आयकर विभाग ने पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी है। आइए पूरी प्रक्रिया की जांच करें।

  1. सबसे पहले, इलेक्ट्रॉनिक फाइलिंग सिस्टम (Electronic filing system) में साइन इन करें, सर्विस रिक्वेस्ट पर जाएं और फिर रिफंड रीइश्यू चुनें।

2. आपको वहां रिफंड रीइश्यू रिक्वेस्ट चुनना होगा।

3. फिर जिस रिकॉर्ड के लिए आप रीइश्यू (Reissues) का अनुरोध करना चाहते हैं, उसे चुनना होगा।

4. तय करें कि अपना रिटर्न प्राप्त करने के लिए किस बैंक खाते का उपयोग करना है। याद रखें कि आपके द्वारा चुना गया खाता पहले ई-फाइलिंग (E-Filing) साइट द्वारा प्रमाणित होना चाहिए, अगर वह वैध नहीं है।

5. फिर आपको “सत्यापन के लिए आगे बढ़ें” चुनना होगा।

6. इसके बाद, आपको DSC, EVC या आधार OTP में से कोई एक ई-सत्यापन तकनीक चुननी होगी।

7. इसके बाद, आपको आयकर विभाग को अपना अनुरोध भेजने के लिए जारी रखें का चयन करना होगा।

आयकर रिफंड प्रक्रिया: ई-सत्यापन का महत्व और समयावधि (Income Tax Refund Process: Importance and Timeline of E-Verification)

आयकर विभाग की वेबसाइट बताती है कि आयकर रिटर्न आने में आम तौर पर चार से पांच सप्ताह लगते हैं। याद रखें कि इस रिफंड को पाने के लिए आपको अपना आयकर रिटर्न दाखिल करने के अलावा इसे ई-सत्यापित भी करवाना होगा। लोग अक्सर ई-सत्यापित होने की उपेक्षा करते हैं, जिसके कारण उनका रिफंड रुक जाता है। ई-सत्यापन के चार से पांच सप्ताह बाद ही रिफंड संसाधित किया जाता है।

सही तरीके से भरें और चिंता मुक्त रहें (Fill in the correct form and be worry free)

इसके अलावा, अक्सर यह देखा गया है कि जब व्यक्ति अपना ITR सही तरीके से भरता है, तब भी उसका रिफंड अस्वीकार कर दिया जाता है। अगर चार से पांच सप्ताह के बाद भी आपका रिफंड नहीं आता है, तो आप आयकर विभाग (Income tax department) की वेबसाइट पर जाकर अपने रिफंड की स्थिति की पुष्टि कर सकते हैं। अगर पहला प्रयास असफल हो जाता है, तो आप एक बार फिर से रिफंड का अनुरोध कर सकते हैं।

रिफ़ंड प्रक्रिया में समस्याएं और समाधान (Problems and solutions in the refund process)

आपके बैंक खाते से जुड़ी कोई समस्या रिफ़ंड विफलताओं का सबसे आम कारण है। अगर IFSC कोड या खाता संख्या (IFSC Code or Account Number) गलत है, तो रिफ़ंड ब्लॉक हो सकता है। इसके अलावा, अगर आपने अपना खाता प्रमाणित नहीं किया है, तो आपका रिफ़ंड प्रोसेस नहीं होगा। आपका रिटर्न भी असफल हो सकता है क्योंकि आपके पैन कार्ड पर नाम और आपके बैंक खाते पर नाम कभी-कभी मेल नहीं खाते हैं। अगर आपका आधार और पैन (Aadhaar and PAN) अनलिंक है, तो आपका रिफ़ंड प्रोसेस (Refund Process) नहीं हो सकता है।

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